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मंच सज्जा, माइक, कुर्सियाँ, सभी प्रबन्ध बढ़िया देखकर हमने पूछा यह सब किसने किया। पता चला एकल ग्राम समिति ने हमारे स्वागत में सब खर्च और इंतजाम किया है। नन्हे-मुन्ने बच्चों के गीत, नृत्य, नाटक, और कव्वाली देखकर तो हम सबके हृदय गद्गद हो गयें ऐसा भाव भरा-सम्मान व स्वागत तो दिल्ली की बारातों में नहीं होता। नागेपुर के आस-पास के एकल विद्यालय के आचार्य व बच्चे भी भाग लेने आये थे। मिलना हुआ निकट के बेनीपुर एकल विद्यालय की आचार्या प्रियंका से जो स्वयं एकल की छात्रा थी और अब कक्षा 12 तक पढ़कर अपने ही एकल विद्यालय की आचार्या है। सर्वश्रेष्ठ एकल विद्यालय चला रही है। एकल विद्यालय की फलश्रुति देखकर हमारा विश्वास प्रगाढ़ हुआ कि एकल अभियान सही दिशा की ओर बढ़ रहा है। गाँव में स्वच्छता, पढ़ाई, संस्कार, कृषि की हरियाली वहाँ खुशियाली की गाथा सुना रहे थे। पूरी ग्राम समिति में महिलाओं का वर्चस्व सम्भवतः इस सफलता के पीछे दिखता हैं।

मंजू श्रीवास्तव
अध्यक्ष एकल संस्थान दिल्ली

सशक्त महिला समिति एवं एकल के होनहार बच्चे।
जनवरी 29, 2017 वाराणसी, यात्रा में हम एकल विद्यालय दर्शन हेतु गाँव मेहंदीगंज और नागेपुर गये। एकल विद्यालय प्रारम्भ हुआ। सरस्वती वंदना शुद्ध उच्चारण में एक छोटी सी बिटिया गा रही थी। हमसे रहा न गया और हमने उसे प्यार से पास बुलाकर नाम पूछा तो शरमाकर कर बोली तबस्सुम। मेहंदीगंज गाँव में मिला जुला समाज रहता है। हमे देखने बच्चों के माता-पिता तथा गाँव के लोग चारों ओर खड़े थे। बड़ा सौहार्दपूर्ण वातावरण लग रहा था। आचार्या सुश्री राधिका पटेल काफी चुस्त और सक्षम थी। उसने झट से हम अतिथियों के लिये स्वागत गीत गाने हेतु अपने छात्र गुलाम रसूल को खड़ा कर दिया। इस बच्चे ने इतने मधुरकंठ से गीत गाया कि हम सब मंत्रमुग्ध हो गये।
कुछ यात्रियों ने बच्चों से पूछा 17 का पहाड़ा (ज्ंइसम) सुनाओ, एक बहन दिल्ली के विद्यालय में गणित की अध्यापिका रह चुकीं है, पूछा 19 का पहाड़ा सुनाओ। एकल के बच्चों ने जिस तत्परता से दोनों पहाड़े सुनाये हमारे शहरीय मन-मस्तिष्क अचम्भित हो गये। आयार्या को शाबाशी दी, तभी दो बच्चों की माताओं ने पूछने पर बताना प्रारम्भ किया “जब से हमारे गाँव में एकल विद्यालय खुला है, हमारे बच्चों को बहुत लाभ है। गाली गलौज की भाषा नहीं बोलते। हमें प्रणाम करते है,। दूसरी माँ हबीबुल बेगम ने कहा हमारे यहाँ सलाम करते है। पढ़ने में अच्छे हो गये है। साफ-सफाई की बात करते हैं। गाँव हमीदगंज की सशक्त महिला समिति की बहनों-बिन्दू देवी, तारामनी देवी, जीरा देवी अमरावी देवी छवि, लखमीना, इदासरी बेगम, हबीबुल बेगम सब मिलकर एकल विद्यालय को अच्छा और नियमित चला रही है। दूसरे एकल विद्यालय गाँव नागेपुर में लोग हमारा इंतजार कर रहे थे। अतः हमने प्रस्थान किया और पँहुच गये नागेपुर एकल विद्यालय गाँव।
नागेपुर एकल विद्यालय गाँव- मोदी जी का गोद लिया गाँव
सभी यात्री बड़े उत्सुक थे इस गाँव में आने के लिये। जैसे ही हमने गाँव में प्रवेश किया एकल विद्यालय ग्राम समिति ने हमारा भव्य स्वागत किया और हमारे वाराणसी के बंधुओं ने हमें गाँव की विशेष उपलब्ध्यिाँ दिखाई।
कृषक प्रशिक्षण केन्द्र के परिसर में खड़े होकर एक सुखद अनुभूति हुयी। मोदी जी वाराणसी से सांसद है, उनके गाँव में युवा, महिला, किसान सबके लिये कौशल विकास केन्द्र देखकर आनंद हुआ। वो जो कहते है, करते है। आगे बढ़े तो साफ सुथरे शौचालय दिखे। कुछ यात्रियों को आवश्यकता हुयी तो उन्होने शौचालय का उपयोग किया। कहा स्वच्छ है, जाने लायक है। वहीं गाँव में खड़ी कुछ युवा बहनों ने बड़े गर्व से कहा मोदी जी ने बनवाया है। एक ग्रामीण महिला ने बताया उनके कार्यकर्ता इंटे गिरवा गये हैं; अब शौचालय बनेगा।
गाँव में ही भोजन करके हम पँहुच गये एकल विद्यालय वार्षिकोत्सव में।