भारत लोक शिक्षा परिषद्, उत्तरी दिल्ली चैप्टर द्वारा 31 मार्च से 2 अप्रैल, 2023 तक उत्तरी दिल्ली चैप्टर के चेयरमैन श्री मुकेश गुप्ता जी, प्रधान श्री राजेश मित्तल जी, कार्यकारी प्रधान श्री गिरधर गोपाल अग्रवाल जी, उपप्रधान वीरेंद्र गुप्ता जी, संयुक्त कोषाध्यक्ष श्री विजय चौधरी जी के नेतृत्व हिमाचल प्रदेश के सोलन की वनयात्रा की गयी| जिसमें कुल 62 वनयात्रियों ने भाग लिया|
इस वनयात्रा का मुख्य उद्देश्य एकल द्वारा संचालित विद्यालयों का प्रत्यक्ष दर्शन करना, विद्यालय की संचालन प्रणाली समझना, नए सदस्यों को जोड़ना, समिति सदस्यों को सक्रिय करना, दानदाताओं को दान लिए प्रोत्साहित करना और अपनी ग्रामीण संस्कृति के बारे में जानना था|
इसी क्रम में सभी यात्री करनाल पहुंचे वहां पर….करनाल चैप्टर के प्रधान श्री विपिन गुप्ता जी ने सभी का स्वागत किया और होटल विवान में स्वादिष्ट जलपान कराया, साथ ही श्री विपिन गुप्ता जी के साथ बैठक की गयी जिसमें करनाल चैप्टर के विस्तार एवं नए सदस्यों को जोड़ने पर विशेष रूप से चर्चा की गयी| राष्ट्रीय कार्यकारी प्रधान श्री अखिल गुप्ता जी ने तुलसी का पौधा देकर एवं श्री दीप कुमार जी, श्री राजेश मित्तल जी एवं श्री गिरधर गोपाल जी ने शाल ओढ़ाकर श्री विपिन गुप्ता जी का सम्मान किया|
यात्रा के पहले दिन शाम को संगीतमय कार्यक्रम का आयोजन किया गया था, इस संगीतमय शाम का लोगों ने खूब आनंद लिया और कुछ वनयात्रियों ने गाने भी गाए| डिनर में सभी बंधुओं ने स्वादिष्ट भोजन का खूब आनंद लिया| और एक दूसरे से बातचीत की और आपसी समन्वय भी किया |
दूसरे दिन की वनयात्रा (1 अप्रैल 2023) –
सभी वनयात्री हिमाचल की प्राकृतिक वादियों का आनंद लेते हुए मोहन हेरीटेज पार्क पहुंचे और वहां पर भगवन सूर्य नारायण का दर्शन किया |
तत्पश्चात सभी वनयात्री सिरमौर भाग में स्थित एकल विद्यालय ग्राम मसरिया पजोपड पहुंचे और वहां पर एकल विद्यालय को देखा| बच्चों ने सरस्वती वंदना, गिनती, पहाड़ा, चौपाई और कविता भी सुनाई| और वनयात्रियों द्वारा पूछे गये सवालों का बड़ी ही निर्भीकता से जबाब दिया| विद्यालय दर्शन के पश्चात सभी वन यात्रियों ने दुसरे गांव नारंग में चलाये जा रहे एकल सत्संग को भी देखा| ग्रामीणों का प्यार उनकी ऊर्जा देखकर देखकर ह्रदय प्रेम भाव से भर गया|
भारत लोक शिक्षा परिषद् के राष्ट्रीय प्रधान श्री नीरज रायज़ादा जी ने एकल का प्रजेंटेशन दिया और एकल द्वारा किए जा रहे कार्यों के बारे में सभी को बताया|
शिक्षित भारत के निर्माण में एकल की क्या भूमिका है.. इसके बारे में भी सभी को बताया| एकल के सांस्कृतिक एवं सामाजिक महत्व, धर्मांतरण को रोकने एवं अपने गौरवशाली सांस्कृतिक मूल्यों के संरक्षण के लिए हमें किस प्रकार से तैयार रहना चाहिए इस बारे में भी लोगों को बताया|
श्री नीरज रायज़ादा जी द्वारा दिए गए एकल का प्रेजेंटेशन देखने के बाद वनयात्रियों ने खूब सराहना की, और कहा कि इसके माध्यम से एकल के बारे में बहुत कुछ समझने का अवसर हमें प्राप्त हुआ |
भारत लोक शिक्षा परिषद् के राष्ट्रीय कार्यकारी प्रधान श्री अखिल गुप्ता जी ने इस प्रेजेंटेशन में शामिल सभी वनयात्रियों का आभार व्यक्त करते हुए शिक्षित राष्ट्र के निर्माण के इस मुहिम में जुड़ने की अपील की |
तीसरे दिन, सभी वनयात्री सिरमौर भाग के श्री रेणुका जी अंचल में स्थित एकल विद्यालय ग्राम डेथट बेंथी में विद्यालय के वार्षिक कार्यक्रम में शामिल हुए | जहाँ पर बच्चों ने चौपाई, एकल विजय मंत्र एवं भजन सुनाया और बहुत ही सुंदर सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया साथ ही देशभक्ति गानों पर डांस भी किया| सभी बहनों ने हिमाचल के लोकगीत पर सामूहिक रूप से नृत्य कर खूब आनंद लिया |
ग्राम समिति के बंधुओं ने बहुत ही स्वादिष्ट हिमाचली व्यंजन की व्यवस्था की थी जिसका सभी बंधुओं ने भरपूर आनंद लिया | वनयात्रा के माध्यम से सभी पदाधिकारियों तथा सदस्यों को एकल को अच्छी तरह से समझने तथा व्यक्तिगत सम्बन्ध स्थापित करने में मदद मिली I विद्यालय का सुचारू रूप से संचालन देखकर वनयात्री अति प्रसन्न हुए| साथ ही अधिक दान करने तथा दोबारा विजिट करने के लिए प्रोत्साहित हुए I
अनुभव कथन-
श्री मुकेश गुप्ता (चेयरमैन, उत्तरी दिल्ली चैप्टर) – यह वनयात्रा मेरे लिए बहुत ही अविस्मरणीय है …एकल विद्यालयों में पढ़ने वाले बच्चों के जोश और उत्साह देखकर बहुत अच्छा लगा | ग्राम समिति के लोगों ने जिस जोश और उत्साह के साथ हमारा स्वागत किया, यह देखकर हृदय प्रेम भाव से भर गया | गाँव और शहर को जोड़ने के लिए एकल एक सेतु का कार्य कर रहा है, ऐसी वनयात्राएं निरंतर होती रहनी चाहिए | मेरा आप सभी से निवेदन है कि राष्ट्रनिर्माण के लिए एकल से अवश्य जुड़ें|
श्री राजेश मित्तल जी (प्रधान, उत्तरी दिल्ली चैप्टर) – एकल विद्यालय के बच्चों ने बहुत सुंदर सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया ऐसा कार्यक्रम मैंने कभी नही देखा | वनयात्रा में आकर मुझे अनुभव हुआ कि यदि इच्छा शक्ति प्रबल हो तो कम संसाधनों में भी बहुत अच्छा कार्य किया जा सकता है|
श्री विजय चौधरी जी (संयुक्त कोषाध्यक्ष, उत्तरी दिल्ली चैप्टर)- एकल विद्यालय के माध्यम से हमें अपनी गौरवशाली सनातन संस्कृति को देखने का अवसर प्राप्त हुआ,सभी लोगों ने खूब आनंद लिया, शिक्षित राष्ट्रनिर्माण के निर्माण के लिए आयोजित इस वनयात्रा में मैं बार- बार आना चाहूँगा|
सभी वनयात्रियों ने इस यात्रा का इतना आनंद लिया जिसको शब्दों में वयां कर पाना संभव नही है| दुर्गम पहाड़ी क्षेत्रों में जहाँ पर आसानी से पहुंचना मुश्किल होता है, वहां एकल विद्यालय संचालित हो रहे है |… निश्चित रूप से राष्ट्र निर्माण का इससे बड़ा कार्य और कुछ नही हो सकता है|