ग्रामीण और वनवासी बच्चों की शिक्षा के लिए समर्पित भाव से कार्य करने वाले समाज के दानवीर, प्रबुद्ध महानुभाव एवं शिक्षा प्रेमियों के सहयोग से आज देश के अधिकांश भागों में एकल विद्यालय संचालित हो रहे हैं।
एकल भारत लोक शिक्षा परिषद्, दक्षिणी दिल्ली चैप्टर द्वारा गणतंत्रता दिवस के राष्ट्रीय पर्व पर राष्ट्रभक्ति से ओत-प्रोत एकल ‘कवि सम्मलेन’ का भव्य आयोजन रविवार, 22 जनवरी, 2023 को एनडीएमसी कन्वेंशन सेंटर, नई दिल्ली-110001 में किया गया | इस कार्यक्रम में 300 से अधिक लोगों ने भाग लिया |
दक्षिणी दिल्ली चैप्टर द्वारा प्रति वर्ष वार्षिक कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है | जिसका उद्देश्य चैप्टर डेवलपमेंट, धन संग्रह एवं अधिक से अधिक लोगों को इस पुनीत कार्य से जोड़ना तथा अति पिछड़े क्षेत्रों में रहने वाले समाज के बच्चों को शिक्षित करने के लिए लोगों को प्रेरित करना था |
दीप प्रज्वलन एवं एकल गीत के साथ कार्यक्रम का शुभारम्भ किया गया, जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में श्री बसंत बंसल जी (Chairman, M3M Group) ने अपनी गरिमामयी उपस्थिति दर्ज करायी |
इस कार्यक्रम में लगभग 2500 एकल विद्यालयों के सहयोग की स्वीकृति प्राप्त हुई, जिसमें महाशतकवीर (1000 विद्यालय का सहयोग), शतकवीर (100 विद्यालय का सहयोग) एवं अन्य दानदाताओं का भी सहयोग रहा| सभी को मोमेंटो देकर सम्मानित किया गया |
श्री नीरज रायज़ादा जी (राष्ट्रीय प्रधान, EBLSP) ने वीडियो के माध्यम से सभी को यह बताने का प्रयास किया कि एकल में पढ़ने वाले बच्चे राष्ट्र निर्माण की नीवं को कैसे मजबूत कर रहे हैं, देश के प्रतिष्ठित कलाकार, पूज्य संत समाज, सम्मानित राजनेता एकल के बारे में क्या कहते हैं, क्या सोचते हैं |
इस कवि सम्मेलन का श्री प्रवीण शुक्ला जी ने बड़े जोश और उत्साह के साथ मंच संचालन किया | प्रसिद्ध कवि श्री विनीत चौहान, श्री दिनेश रघुवंशी एवं श्री बनज कुमार ‘बनज’ ने राष्ट्रवाद और वीर रस की कविता सुनाकर सभी में जोश एवं उत्साह भर दिया | प्रसिद्द हरियाणवी कवि श्री अरुण जैमिनी जी ने अपने काव्य पाठ से सभी को खूब हंसाया | श्रीमती मनीषा शुक्ला जी ने महिलाओं की सामाजिक दशा पर कविता सुनाकर सभी को भावविभोर कर दिया|
प्रसिद्द कवि ‘पद्मश्री’ श्री अशोक चक्रधर जी ने शिक्षा के ऊपर बहुत ही सुंदर कविता सुनाई –
श्रद्धा हो भाव हो सीखने के छाव हो तो, लकड़ी की कलम से
धरती की कागज पर हो सकती है चित्रकारी |
अनुभव का लेना हो अनुभव का देना हो
शिक्षा का आपस में एकल लेना देना हो|
स्वार्थ कुछ अल्प हो, बड़ा संकल्प हो
तो ढाई अक्षर की शिक्षा तर जाये हमारी |
श्री लक्ष्मी नारायण गोयल (चेयरमैन, ट्रस्ट बोर्ड, EBLSP) – “जब मैं एकल के कार्य में जुड़ा रहता हूं तब मुझे घर, परिवार, बिजनेस सब भूल जाता है, मुझे इतना आनंद एकल से जुड़कर आता है | आप एकल को जाने, एकल को समझें और इससे अवश्य जुड़ें |”
श्री विनीत कुमार गुप्ता (ट्रस्टी, EBLSP)- “हमारे आदिवासी ग्रामीण समाज के जो बच्चे शिक्षा से वंचित रह जाते हैं और जहां पर आज भी संसाधनों की कमी है, वहां पर एकल अभियान संस्कार युक्त शिक्षा उपलब्ध करा रहा है, जो राष्ट्र के उत्थान के लिए बहुत ही जरूरी है| ”
श्रीमती ऐश्वर्या बंसल (एकल दानदाता) – “एक मजबूत समाज बनाने के लिए अच्छी शिक्षा, अच्छी सेहत एवं पोषण की जरूरत है| एकल भारत लोक शिक्षा परिषद् ने गांव में और खासकर आदिवासी क्षेत्रों में शिक्षा का एक नया स्तर कायम किया है, जिससे गांव शिक्षा का निरंतर विस्तार हो रहा है| अगर समाज में एक संभ्रांत परिवार एक बच्चे की शिक्षा का बोझ उठा ले तो समाज में कोई भी बच्चा अशिक्षित नहीं रहेगा |”
ट्रस्ट बोर्ड के चेयरमैन श्री लक्ष्मी नारायण गोयल जी, ट्रस्टी श्री सुरेन्द्र कुमार जिंदल जी, ट्रस्टी श्री नरेश जैन जी, ट्रस्टी श्री जी. डी. गोयल जी, ट्रस्टी श्री सुभाष सी. अग्रवाल जी, राष्ट्रीय प्रधान श्री नीरज रायज़ादा जी, उपप्रधान श्री किशन कुमार जी, राष्ट्रीय महामंत्री श्री राजीव अग्रवाल जी, राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष श्री विजय गुप्ता जी, उपप्रधान श्री संजीव टेकडीवाल जी, दक्षिणी दिल्ली चैप्टर के क्षेत्रीय चेयरमैन श्री बासुदेव गर्ग जी, प्रधान श्री जगमंदर गुप्ता जी, महामंत्री श्री अशोक अग्रवाल जी, संयुक्त महामंत्री श्री रामविलास बंसल जी, एकल युवा दिल्ली के वाईस चेयरमैन श्री राकेश बंसल जी, राष्ट्रीय महिला विभाग की चेयरपर्सन श्रीमती दर्शना गोयल जी, प्रधान श्रीमती सोनल रासीवासिया जी, उपप्रधान श्रीमती माधुरी अग्रवाल जी उपस्थित रहीं | साथ ही सभी चैप्टर के कई गणमान्य पदाधिकारी उपस्थित रहे |